पूरे शहर में डॉग बाइट के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इस साल की शुरुआत के दो महीनों में उज्जैन में डॉग बाइट के 1718 केस हैं, जो कि केवल जिला अस्पताल में दर्ज केसों की संख्या है। शहर के रहवासी ही नहीं बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी डॉग बाइट का शिकार हो रहे हैं। महाकाल मंदिर क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्र में रोजाना 15 से 20 लोगों को कुत्ते काटते हैं, इनमें भी 2-3 बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या होती है। इस महीने में महाकाल क्षेत्र से ही 15 श्रद्धालुओं को कुत्ते ने अपना शिकार बनाया है। मंदिर से दूर न जाए तो महाकाल मंदिर के मुख्य मार्ग पर ही 6 से ज्यादा कुत्तों का झुंड घूमता रहता है।
तीन दिन में दो श्रद्धालुओं को कुत्ते ने काटा
मार्च में महाकाल क्षेत्र में ही 15 श्रद्धालुओं को कुत्तों ने काटा है, जो कि मप्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ से महाकाल मंदिर घूमने आए थे। डॉग बाइट के बाद उन्होंने जिला अस्पताल जाकर इलाज करवाया। इस मंगलवार को ही विदिशा से आए गजराजसिंह को कुत्ते ने काट लिया था, घाव गहरे होने पर तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। वहीं पिछले रविवार राजस्थान से आए अजयसिंह को कुत्ते ने प्रसाद लेने के दौरान काट लिया, जिसके बाद उन्हें भी अस्पताल लाया गया।
घूमने आई 10 वर्षीय बच्ची को कुत्ते ने काटा
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से आई स्वाति राजपूत ने बताया कि वे कुछ दिन पहले दर्शन करने महाकाल आई थीं। उसी समय धर्मशाला जाते समय एक कुत्ते ने उनके पैर पर काट लिया। तुरंत अस्पताल जाकर इंजेक्शन लगवाया। रायपुर से अपनी परिवार के साथ महाकाल मंदिर दर्शन करने आई 10 वर्षीय पूर्वी ठाकुर को 2 दिन पहले सुबह मंदिर में दर्शन के दौरान कुत्ते ने काट लिया। घाव हल्का था लेकिन खून बहने के कारण अस्पताल लाया गया। आगर-मालवा से ईश्वर बेगाना को भी मंदिर से देवास गेट की ओर जाते समय कुत्ते ने हमला कर दिया और पैर पर काट लिया। इसके बाद इंजेक्शन लगवाए।
डाॅग हाउस पर पकड़कर रख नहीं सकते
^ बैठक में डॉग स्पेशलिस्ट ने बताया कि कुत्ते भूखे रहने और जगह बदलने के कारण काटना शुरू कर देते हैं। ऐसे में हमने 7 वार्डों में दो प्रयोग शुरू किए हैं। पहला श्वान आहार वाहन जिसके माध्यम से आवारा कुत्तों को खाना दिया जाएगा। दूसरा कुछ डॉग लवर डॉग्स की नसबंदी करेंगे। डॉग हाउस है पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार कुत्तों को पकड़कर रख नहीं सकते। –मुकेश टटवाल, निगम महापौर