यह जनता के धन की बर्बादी है… सिंहस्थ-2028 के प्रस्तावित निर्माण कार्य होना है। शहर विकास को लेकर भी निर्माण प्रस्तावित है, जिन्हें दरकिनार कर निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं, जिन्हें बाद में तोड़ना पड़ेगा या हटाना पड़ेगा। ऐसे में आमजन के धन की बर्बादी होगी। इंदौर-उज्जैन फोरलेन को सिक्स लेन बनाया जाना है, जिसके लिए मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) की ओर से टेंडर जारी किया जा चुका है।
ट्रैफिक के बढ़ते दबाव व सिंहस्थ में 14 करोड़ श्रद्धालुओं तथा साधु-संतों के आगमन को देखते हुए इंदौर में अरबिंदो हॉस्पिटल तिराहा व लवकुश चौराहा से लेकर उज्जैन में हरिफाटक ब्रिज तक सिक्स लेन के निर्माण का टेंडर भी जारी हो चुका है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही जून माह में टेंडर खोलकर एजेंसी फिक्स की जाएगी और उसके बाद वर्कऑर्डर जारी कर सिक्स लेन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें ब्रिज आदि का निर्माण होगा। बावजूद इसके इंदौर-उज्जैन फोरलेन पर स्मार्ट सिटी व नगर निगम की ओर से सड़क की साइड में खुदाई का कार्य करवा कर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं। इसके लिए इंदौर-उज्जैन रोड की सर्विस रोड पर मटेरियल डलवाया गया है और मुख्य मार्ग के समीप ब्लॉक भी लगाए जा रहे हैं। सिक्स लेन का टेंडर खोले जाने के बाद कार्य शुरू किए जाने पर उक्त ब्लॉक को हटाना होगा यानी खर्च की गई राशि की बर्बादी होगी।