जर्जर हो चुके देवासगेट बस स्टैंड भवन को डिस्मेंटल कर पुन: इसका निर्माण किया जाएगा। नगर निगम इसके लिए अगले वित्तीय वर्ष के बजट में 10 करोड़ का प्रावधान करने जा रही है। एमआईसी में इस निर्णय के बाद से ही अधिकारियों ने इसके डेवलमेंट के लिए फिजिबिलिटी का आंकलन करवाने के साथ ही कंसल्टेंट से डीपीआर बनवाने की तैयारी शुरू करवाई है।

देवासगेट बस स्टैंड शहर के मध्य होकर एक व्यावसायिक-व्यापारिक क्षेत्र हैं। नानाखेड़ा बस स्टैंड के पहले तक सभी रूटों की बसों का संचालन यहीं से होता था। शहर की बढ़ती आबादी, महाकाल लोक के शुरू होने के बाद से यात्रियों के बढ़ते दबाव व जरूरतों के हिसाब से अब देवासगेट बस स्टैंड छोटा पड़ने लगा है। दूसरी तरफ तीन वर्ष बाद शहर में सिंहस्थ 2028 का आयोजन होना है। इन तमाम ​बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए नगर निगम देवासगेट बस स्टैंड के पुनर्निर्माण व इसके डेवलमेंट की तैयारी करवा रही है।

विहार लॉज व बस स्टैंड के भवन में क्रमश: खर्च होंगे 5-5 करोड़ रुपए हाल ही में नगर निगम की मेयर इन कौंसिल की अगले वित्तीय वर्ष के बजट के लिए बैठक पूरी हुई हैं। बैठक में देवासगेट बस स्टैंड के कायाकल्प के लिए भी बजट रखे जाने पर सहमति बनी है। बताया जा रहा है कि इस कार्य के लिए कुल 10 करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में रखा जा रहा है। इनमें से 5 करोड़ विहार लॉज और 5 करोड़ बस स्टैंड के मुख्य भवन के पुन: निर्माण पर खर्च होने है।

अब आगे : निगम अपने भवनों की फिजिबिलिटी पता करवा रही
एमआईसी सदस्य सत्यनारायण चौहान ने बताया कि बस स्टैंड के मुख्य भवन, लॉज व आसपास के जो भी निगम के अपने व्यवसायिक निर्माण हैं, नगर निगम उनकी फिजिबिलिटी पता करवा रही हैं। साथ ही कंसल्टेंट से मौके पर मौजूदा जमीन के मान से एक कमर्शियल काॅम्प्लेक्स प्लस टर्मिनल बस स्टैंड की डीपीआर भी तैयार करवा रही है। उम्मीद हैं कि ये काम जल्द ही हो जाएगा। इसके बाद यदि जरूरत पड़ेगी तो आसपास की अन्य जमीनों को भी लेने के प्रयास होंगे, ताकि डेवलमेंट में किसी तरह की कमी न रहे।

इधर, इन तमाम परिस्थितियों के बीच जिम्मेदारों के लिए चुनौती वर्तमान में दुकानों के लीज धारक भी रहने वाले हैं। निश्चित ही उनके हितों के बारे में भी ठोस निर्णय जिम्मेदारों को लेना पड़ेगा।

राशि निगम मद और शासन अनुदान की निगम के बजट में 5 करोड़ विहार लॉज और 5 करोड़ रुपए का प्रावधान बस स्टैंड के पुन: निर्माण के लिए किया है। ये राशि निगम मद और शासन अनुदान की रहेगी। जर्जर हो चुके भवनों को डिस्मेंटल कर नया कमर्शियल बस स्टैंड बनाएंगे। – मुकेश टटवाल, महापौर

सिंहस्थ के मद्देनजर यह काम बेहद जरूरी

एमआईसी के निर्णय अनुसार देवासगेट बस स्टैंड के पुन: निर्माण की प्लानिंग पर काम करवा रहे हैं। इसकी फिजिबिलिटी पता करवा रहे हैं। कंसल्टेंट से डीपीआर तैयार करवाई जा रही है। सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से भी यह कार्य बेहद जरूरी है। –आशीष पाठक, निगमायुक्त

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