म.प्र.कर्षि मंत्री कमल पटेल जनता और किसानों के बीच जाने लायक नही रहैंगे इनका राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो जाएगा और इसीलिए जैसे कि बाढ़ आती है और बाढ़ में जब पानी बहुत ज्यादा हो जाता है तो सांप, बिछु, गोयरा, नेवला जितने भी तरह के लोग है एक पेड़ पर चढ़ने लगते है और जान बचाने के लिए एक साथ एकत्रित होने लगते है इसी प्रकार देश भर में विकास की और मोदी जी बाढ़ आई हुई है सारा विपक्ष उसमे बह रहा है सब एकत्रित हो गए और विरोध कर रहे है गुमराह कर रहे है देश को, में मप्र. का कर्षि मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेवारी है की किसानो को आआपके माध्यम से कानून के बारे में बताऊँ , किसान गुमराह ना हो और इसिकिये भारतीय जनता पार्टी के मप्र व केंद्र के नेतृत्व ने तय किया है कि इस कानून के बारे में जागरूकता लाएंगे, जान जागरण अभियान के मध्याम से किसान को बताएंगे की किस प्रकार कुकुरमत्ते की तरह उठ रहा है किसान संघठन 500किसान संघठन ये अभी अभी बना गए ये किसान संघठन नही है दलालों के संघठन है ये विरोधियों के देश द्रोहियों के संघठन है जो विदेशी शक्तियां देश को मजबूत ना होने देना चाहती उनके पेसो पर पलने वाले संघठन है ये और ये स्पष्ठ है इनका पर्दा फाश हम करके रहैंगे में बताना चाहता कि कानून क्या है.

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