कहावत है कि भगवान जब परीक्षा लेता है तो तगड़ी लेता है इसी परीक्षा से जूझ रहा है उज्जैन के तिरुपति धाम में रहने वाला एक परिवार दरअसल डेढ़ वर्षीय बच्चे को मांसपेशियों की एक गंभीर बीमारी है जिसके इलाज के लिए अमेरिका से 16 करोड का इंजेक्शन लगेगा तब कहीं जाकर बच्चे की जान बच पाएगी लाचार माता-पिता को अब सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आस है।
सोसायटी फॉर उज्जैन प्रेस क्लब भवन पहुंच कर तिरुपति धाम कानीपूरारोड कॉलोनी निवासी पवन पवार एवं भावना पवार ने पत्रकारों के समक्ष अपने बच्चे की व्यथा बयां की 20 माह का अथर्व एक गंभीर जानलेवा बीमारी का मरीज है जो की मांसपेशियों से जुड़ी हुई है मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले पवन कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बच्चे की जान बचाने की गुहार लगाई है बताया जाता है कि अथर्व वर्तमान में स्पाइन मस्कुलर ए ट्रॉफी नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित है इस बीमारी का इलाज सिर्फ अमेरिका की नोवाटिस नामक कंपनी के पास है अथर्व को ₹16 करोड़ का इंजेक्शन लगना है जिसके चलते वह अपनी आगे की दुनिया देख पाएगा इंजेक्शन का समय पर लगना बहुत जरूरी है अन्यथा यह बीमारी जानलेवा है बताया जाता है कि 24 माह की आयु के पहले यह इंजेक्शन लगाना अनिवार्य होता है अथर्व के पिता पवन कुमार की स्थिति इतनी भी नहीं है कि वह 16 लाख रुपए का इंतजाम कर पाए यहां तो बात चल रही है 16 करोड़ के इंजेक्शन की पवन कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि जोलगेनसमा इंजेक्शन उपलब्ध कराएं ताकि उनके बच्चे की जान बच सकें।