29 फरवरी को प्रधानमंत्री के संबोधन कार्यक्रम में सिलाई मशीन मिलने की अफवाह के बाद कार्यक्रम में महिलाओं की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। यहां मशीन नहीं मिलने के बाद महिलाओं को निगम कार्यालय में आने कहा गया और अब महिलाएं दो दिनों से निगम ऑफिस में चक्कर लगा रही है।
महिलाओं ने कर्मचारियों द्वारा फाॅर्म जमा न करने की शिकायत भी की। महिलाओं का कहना कि उन्होंने एमपी ऑनलाइन द्वारा फॉर्म भरा, इसके बावजूद उनका फाॅर्म नहीं लिया जा रहा, जिसके चलते उन्हें सिलाई मशीन नहीं दी गई। परंतु यह फार्म जो महिलाओं ने भरे, वे केंद्र की विश्वकर्मा योजना के है, जिसमें कहीं भी सिलाई मशीन मिलने का प्रावधान नहीं है। भ्रांतियों के चलते दूर से दूर महिलाएं निगम ऑफिस के चक्कर काट रही है। निगम पहुंची रेहाना बी ने बताया कि एक दिन पहले वे फॉर्म लेकर आई थी, लेकिन ऑफिस में जमा नहीं किया गया और फोटो लगाने के बाद बुधवार को फॉर्म जमा हो गया।
याेजना के बारे में जाने महिलाएं
पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत बढ़ई, नाव निर्माता, लोहार, कुम्हार, दर्जी जैसे 18 व्यापार क्षेत्र को रखा गया है। इस व्यापार में लोग पीढ़ी दर पीढ़ी काम कर रहे हैं। इस योजना में ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है, फिर इसे निगम ऑफिस में स्वंय के कार्य क्षेत्र और तैयार किए कुछ कार्यों के फोटो के साथ जमा करना है।
इसके बाद निगम द्वारा वेरिफाई किया जाएगा। वेरिफिकेशन तीन चरण में नगर निगम, जिला प्रशासन और मुख्य विभाग द्वारा भोपाल में किया जाएगा और इसके बाद चयनित हितग्राहियों को 5 से 7 दिन व्यापार के अनुसार प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षण के बाद 15,000 रुपए की टूल किट के लिए योग्यता और 3 लाख का ऋण 5 प्रतिशत के ब्याज दर पर मिलेगा। इसका मतलब सिलाई मशीन नहीं हितग्राहियों को प्रशिक्षण और व्यापार के लिए राशि दी जाएगी।
एक परिवार से एक को फायदा
निगम कर्मचारियों ने बताया कि सिलाई मशीन मिलने की अफवाह के चलते महिलाएं भटक रही है। इस योजना का लाभ परिवार के एक ही सदस्य को मिलेगा। योजना के अंतर्गत अगर पिछले 5 सालों में स्व -रोजगार या बिजनेस डेवलपमेंट के लिए किसी भी योजना के तहत लोन लिया है तो व्यक्ति विश्वकर्मा योजना के पात्र नहीं माना जाएगा। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि नि:शुल्क सिलाई मशीन वितरण नहीं किया जा रहा है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत 18 व्यापार क्षेत्र में नागरिकों की मदद की जा रही है। इसमें प्रशिक्षण, टूल किट और राशि का वितरण भी किया जाएगा।