भैरव अष्टमी के उपलक्ष में शहर के विभिन्न भैरव मंदिरों पर अनेकों अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए गए भैरव महाराज का अभिषेक पूजन कर छप्पन भोग लगाकर कई अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए गए उज्जैन शहर में भैरव अष्टमी का एक अपना ही महत्त्व है ऐसा माना जाता है कि अवंतिका नगरी में अष्ट महा भैरव विराजमान है जो द्वारपाल के रूप में शहर की रक्षा करते हैं अष्ट भैरव में सर्वप्रथम कॉल भैरव, विक्रांत भैरव ,पाताल पाताल भैरव ,आनंद भैरव, घोर भैरव, सीता सिद्ध भैरव, 56 भैरव,व बटुक भैरव विराजमान इसलिए उज्जैन में सभी विभिन्न मंदिरों पर कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं जिसमें प्रथम दिवस अभिषेक पूजन कर मध्य रात्रि में छप्पन भोग लगाकर महा आरती की जाती है दूसरे दिवस भैरव महाराज नगर भ्रमण पर निकलते हैं व तीसरे दिन बटुआ कन्या भोजन करवाया जाता है इसी कड़ी में शहर के सभी मंदिरों पर धार्मिक अनुष्ठान कर भैरव अष्टमी मनाई जा रही है |