हर साल दुनिया भर में हृदय रोग से लाखों लोगों की मौत हो जाती है. हार्ट की समस्या के प्रति लोगों को जागरूक करने और मौत से बचाने के मद्देनजर वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ मनाने पर विचार किया दुनियाभर में इस दिन यह बताने का प्रयास किया जाता है कि हार्ट की बीमारियों से किस तरह खुद का बचाया जा सकता है और आखिर किन लक्षणों को देखकर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए शहर के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विजय गर्ग के अनुसार ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ का क्या इतिहास है और इसे क्यों सेलिब्रेट करना ज़रूरी है जानते है
उन्ही से दुनियाभर में हर साल करीब 17 मिलियल लोग हृदय रोग की वजह से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं. इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हार्ट डिजीज या स्ट्रोक रहा है. सीवीडी के बारे में एक आम गलत धारणा यह है कि यह विकसित देशों में अधिक लोगों को प्रभावित करता है जो प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भर हैं और गतिहीन जीवनशैली जी रहे हैं, जबकि 80% से अधिक मौतें मध्यम आय और निम्न आय वाले देशों में होती हैं. कैसे दिनचर्या होनी चाहिए जानते है डॉक्टर विजय गर्ग से खास बातचीत के जरिये