2.8 हेक्टेयर जमीन पर बनाई जाने वाली इस आवासीय कालोनी का नाम मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल (हाउसिंग बोर्ड) ने शिवांगी परिसर रखा है। कार्यपालन यंत्री एनके गुप्ता ने बताया कि जमीन पर एलआईजी, एचआईजी एवं एमआईजी सहित सात श्रेणी के 138 मकान बनाने जाएंगे। इनकी कीमत 17 से 60 लाख रुपये तक होगी। निर्माण के लिए ग्राम एवं नगर निवेश (टीएनसीपी), नगर निगम से अनुमति मिलने के बाद शासन से 41 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति भी मिल गई है। निर्माण शुरू कराने के लिए रेरा में पंजीयन के लिए आवेदन कर दिया है। अगले महीने लोग मकान बुक कराने को पंजीयन करवा सकेंगे। सभी मकानों का आवंटन साल 2024 में कराने का लक्ष्य रखा है। आपको बता दे कि शिवांगी परिसर, नानाखेड़ा बस स्टैंड से कुछ ही दूरी पर है। परिसर की जमीन, 4.19 हेक्टेयर उस जमीन का हिस्सा है जिसका आवंटन 17 साल पहले 96 लाख रुपये लेकर राजस्व विभाग ने गृह निर्माण मंडल को कर दिया था। कम मुआवजा स्वीकृत होने पर जमीन के कुछ वारिसों ने हाईकोर्ट, फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी।
साल 2008 में गृह निर्माण मंडल ने मजबूती से अपना पक्ष रखा था। तब कोर्ट ने जमीन मंडल की करार दे दी थी। इसके बाद 0.61 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा लेकर बोर्ड ने 33 मकान बनाकर लोगों को आवंटित किए, मगर शेष 3.58 हेक्टेयर जमीन पर विभिन्ना कारणों से आवासीय योजना धरातल पर आकार नहीं ले सकी। समस्त बाधाएं हटने पर अब गृह निर्माण मंडल ने योजना को धरातल पर आकार देने की तैयारी की है। इंतजार सिर्फ आवासों के निर्माण कराने के लिए रेरा में पंजीयन होने का है। गृह निर्माण मंडल ने 55 हजार वर्ग फीट जमीन दुकानों के लिए आरक्षित की है। कहा है कि आवासी योजना के पूरा होने के बाद यहां दुकानों का निर्माण भी किया जाएगा। इससे एक नया व्यावसायिक क्षेत्र विकसित होगा। बुनियादी जरूरतों की पूर्ति के लिए रहवासियों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। गोयलाखुर्द में आवासीय योजना को आकार देने के लिए टीएनसीपी और नगर निगम से भवन निर्माण अनुज्ञा और शासन से प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई है। रेरा में पंजीयन के लिए आवेदन किया है। अगले महीने नागरिक मकान बुक कराने को पंजीयन करा सकेंगे।