विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद् की बैठक कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कार्यपरिषद् सदस्य, राजेश सिंह कुशवाह, डॉ. विनोद यादव, सचिन दवे, संजय नाहर, ममता बैंडवाल, डॉ. कुसुमलता निंगवाल, डॉ. पी.के.वर्मा, डॉ. दीपिका गुप्ता, डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, डॉ. दिनेश कुमार सोनी, डॉ. स्मिता भवालकर, डॉ. गोविन्द गंधे, डॉ. शशिप्रभा जैन, डॉ. वन्दना गुप्ता, डॉ. राघवेन्द्रपाल सिंह, डॉ. हर्षा क्षीरसागर एवं कुलसचिव डॉ. प्रशान्त पुराणिक उपस्थित थे। कार्यपरिषद की बैठक में शोध अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत शोध प्रबंधों के परीक्षकों की अनुशंसा के आधार पर प्रदान की गई पीएच.डी. उपाधि की सूचना ग्राह्य की गई। कृषि अध्ययनशाला के लिए एडवायजरी कमेटी गठन का निर्णय लिया गया। पांच संस्थाओं से विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किये गये एमओयू को स्वीकार किया गया। सीधी भर्ती के 5 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती किए जाने के संबंध में निर्णय लिया गया। स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आडिटोरियम को सुसज्जित किये जाने हेतु अनुमानित व्यय रू. 50 लाख के प्रशासकीय/वित्तीय स्वीकृति दी गई। स्थाई कर्मियों को मंहगाई भत्ते में वद्धि किये जाने का निर्णय लिया गया। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के इन्क्यूवेषन केन्द्र हेतु उपकरण एवं सामग्री क्रय हेतु अनुमानित राशि रूपये 27 लाख की प्रशासकीय/वित्तीय स्वीकृति दिये जाने का निर्णय लिया गया। विक्रम कार्यपरिषद की बैठक में नैक मूल्यांकन के प्रतिवेदन के संबंध में मंथन किया गया। कुलसचिव डॉ. प्रशान्त पुराणिक ने आभार व्यक्त किया।

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