उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने महाकाल लोक के लोकार्पण के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय में घुमंतू जाति उत्थान न्यास द्वारा घुमंतू समुदाय के कालबेलिया/सेपरा समाज पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में भाग लिया। विक्रम कीर्ति मन्दिर सभागार में आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय ने की। विषय प्रवर्तन उदयपुर में भूगोल विषय की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.वीणा सनाढ्य ने किया। कार्यक्रम का संचालन नीता जाधव ने किया एवं आभार कुल सचिव डॉ.प्रशांत पुराणिक ने माना। इस अवसर पर उन्होंने दुर्गादासजी की अनुशंसा ओं को मान्य करते हुए घुमंतू विमुक्त और बंजारा समाज की मांगों को यथोचित लाभ प्राप्त हो, इसके लिए पूर्ण प्रयास करने का आश्वासन दिया। मुख्य वक्ता दुर्गादास जी ने घुमंतू विमुक्त एवं बंजारा समुदाय के महत्त्व, उनकी स्थिति, स्वामी भक्ति आदि के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि भारत में इस समुदाय को अंग्रेजी कानूनों से 1952 में स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी, किंतु आज भी अनेक कारणों से इस समुदाय के लोगों को आर्थिक और सामाजिक विकास की आवश्यकता है।