आज की तारीख में कब्जेधारी शासकीय जमीनों पर कब्जा करते है। आम तौर पर नेताओं व सरपँच के भ्र्ष्टाचार की बात तो जरूर सुनी होगी आपने मगर उज्जैन जिले के घट्टिया जनपद की ग्राम पंचायत धुलमहु का मामला अलग है यहां पूर्व में युवा सरपँच रहे अभिषेक सांगले ने गांव के विकास के लिए कोई कसर नही छोड़ी,गांव में सब कुछ मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाई,सिर्फ बचा एक काम था जिसकी अत्यंत आवश्यकता थी वो था अस्पताल, जिसके के लिए अभिषेक सांगले ने कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत करवाया ,क्योंकि आसपास के गांव के भी कोई शासकीय अस्पताल नही था। ग्रामीणो को उज्जैन जाना पड़ता था उप स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति के बाद स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए गांव में शासकीय जमीन ढूंढी गयी,लेकिन गांव में कोई भी शासकीय जमीन नही थी। जमीन सब गांव के बाहर थी जहाँ उपस्वास्थ्य केंद्र बनाना उचित नही था ,ओर पंचायत चुनाव आ गया आरक्षण के कारण सीट बदल गयी ,लेकिन पूर्व अभिषेक सांगले ने ग्रामीणों के स्वास्थ्य को देखते हुए पीछे नही हटे व दरियादिली दिखाते हुए अपनी स्वयं की लाखो की जमीन उपस्वास्थ्य केंद्र के लिए दान दी ,जिसकी कलेक्टोरेट में विधिवत कार्यवाही के बाद निर्माण शुरू हुआ। अब 43 लाख रुपये की लागत से सर्व सुविधा युक्त केंद्र बनेगा, वैसे तो आमतौर पर कुछ सरकारी इमारत बनने पर मंत्री या बड़े नेता भूमि पूजन करते हैं लेकिन यहां पर स्वास्थ केंद्र के लिए दी गई जमीन पर ग्रामीण जनों ने मिलकर निर्माण की शुरुआत की जिससे कि ग्राम पंचायत व आसपास के ग्रामीण जनों को स्वास्थ संबंधित सेवाएं उपलब्ध हो सकेगी।, पूर्व सरपँच अभिषेक सांगले के इस कार्य को ग्रामीणो ने सराहना की ,व आसपास के गांवों में भी अभिषेक सांगले के इस कार्य की चर्चा का दौर जारी है। चर्चा में अभिषेक सांगले बताया कि यदि गांव के विकास के लिए ओर कुछ भी आवश्यकता पड़ेगी हरसंभव मदद करूंगा ।