नवतपा के तीसरे दिन भी उज्जैन में तपन रही। हालाँकि रविवार शाम को बादल होने की वजह से कुछ राहत तो जरूर मिली। गर्मी के इस मौसम में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों को उठाना पड़ रहा है। यहाँ गर्मी अधिक और साधन कम होने की वजह से मरीज के परिजन अपने अपने घर से पंखे लेकर आए मरीज के पास लगा दिए।

उज्जैन का जिला अस्पताल अभी मौसमी बीमारियों से भरा पड़ा है। यहाँ भर्ती मरीजों को अपना ध्यान खुद रखना पड़ रहा है। भीषण गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए मरीज अपने साथ पंखे लेकर आए आए है। यहाँ के मरीजों ने बताया कि अस्पताल में चार लोगो के बीच एक पंखा है , भीषण गर्मी में अपने आप को गर्मी से बचाने के लिए यहाँ भर्ती मरीज अपने साथ पंखे लेकर आए है।

सात वर्ष बाद मई महिने में दिन का अधिकतम तापमान गुरूवार को सबसे अधिक 45 डिग्री दर्ज किया गया था। 25-26 मई की रात सीजन में अभी तक की सबसे गर्म रात रही। न्यूनतम तापमान 31.2 डिग्री रहा। शहर में बीते 6 दिनों से प्रचंड गर्मी शहर में बनी हुई है जिससे आम लोग परेशान है।वही बीती रात का न्यूनतम 29.5 डिग्री तापमान दर्ज किया है।जबकि रविवार को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री दर्ज किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *