महाकाल मंदिर में गुरुवार को देश में चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए यज्ञशाला में यज्ञ हुआ। यज्ञ में किसानों की खुशहाली और कोरोना व आतंकवाद से विश्व को मुक्ति दिलाने के लिए भी आहुति डाली गई। महाकाल भक्त मंडल के अध्यक्ष और पुजारी पं. रमन त्रिवेदी ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में जो भी संकल्प करो, वह परिपूर्ण होता है।
महाकाल विश्व के प्रतीक हैं। यहां राजा विक्रमादित्य ने विश्व कल्याण के लिए यज्ञ किया। भगवान राम और कृष्ण ने यज्ञ किया। भगवान कृष्ण ने 64 दिन तक यज्ञ किया था। 64 कलाएं सीखीं और द्वारका में जाकर राजा बन गए। उन्होंने बताया कि यज्ञ में करीब तीन लाख आहुतियां डाली गई हैं। यज्ञ के माध्यम से किसानों की खुशहाली की कामना की जा रही है।