यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता की तर्ज पर माधवनगर अस्पताल में महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के गुण सिखाए जा रहे हैं। यह प्रशिक्षण करीब 5 महीने तक प्रत्येक शुक्रवार को दिया जाएगा। प्रशिक्षण में आत्मरक्षा के लिए लाठी चलाना, तलवारबाजी और कलारीपयट्टू जैसी कलाएं सिखाने की योजना रखी जा रही है। शासकीय स्टाफ के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण की नि:शुल्क शुरुआत सबसे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अस्पताल प्रशासन द्वारा शहर में की जा रही है। यह प्रदेश में पहली बार सरकारी अस्पताल में हाे रहा है।

अस्पताल स्टाफ में सबसे ज्यादा महिलाओं की है और सभी की बारी-बारी रात में ड्यूटी रहती है। इसके साथ ही नर्सों को हर तरह के मरीजों की देखरेख करना रहती है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आत्मरक्षा की कलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण में पुरुष स्टाफ भी भाग ले सकते हैं। करीब 40 लोग पांच महीनों में प्रशिक्षण लेने वाले हैं। प्रशिक्षण की शुरुआत इस शुक्रवार से लाठी चलाना सिखाकर की गई। प्रत्येक शुक्रवार को एक घंटे प्रशिक्षक मुस्कान सिसौदिया द्वारा नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है और सीखने के लिए उपयोग में आने वाली सभी सामग्री अस्पताल प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है।

ड्यूटी पूरी होने के बाद ही स्टाफ को दिया जा रहा प्रशिक्षण
अस्पताल प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि अस्पताल के सभी स्टाफ को आत्मरक्षा की कला सिखाई जाएगी। इसके साथ ही मरीजों को इस बीच परेशानी न हो, इसके चलते क्रमानुसार या ड्यूटी पूरी होने के बाद ही स्टाफ को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा। हर वार्ड में उस समय स्टाफ रहेगा ही ताकि अस्पताल व्यवस्थाएं बाधित न हो।

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