शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के दौरान घाट पर 5 लाख दीपक लगाए गए थे। इस दौरान दीपक से नीचे गिरा तेल जब धोया गया तो वह पानी घाट से नदी में जाकर मिला और फिर गंदगी फेल गई। पहले ही यहां पर नाले का गंदा पानी मिल रहा है जिसके कारण बदबू से श्रद्धालुओं का हाल बेहाल है लेकिन अब तेल का पानी मिलाने से नदी में मौजूद मछलियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है और वह मर रही है। घाट के पुजारी और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से इस और जल्द ध्यान देकर शिप्रा नदी में शुद्ध जल लाने की बात कही है लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी शिप्रा में शुद्ध जल नहीं है श्रद्धालु जो स्नान करने आ रहे हैं वह बदबूदार गंदे पानी के कारण स्नान करने के बजाय अपने ऊपर छीटे डालकर ही पूजा पाठ करने को मजबूर हो रहे हैं।