भोपाल – साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन (Cyber Crime Investigation) में देश के टॉप-3 राज्यों में मध्य प्रदेश भी है. यह बात मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल की निदेशक अनुराधा सिंह ने कही. सिंह मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी (MP Police Academy) में साइबर इन्वेस्टीगेशन एंड इन्टेलिजेंस समिट के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने बताया कि साइबर समिट का यह दूसरा साल है. इस वर्ष 1500 से अधिक अफसरों ने इसमें भाग लिया है. मध्य प्रदेश राज्य साइबर सेल ने डेटा सिक्यूरिटी काउन्सिल ऑफ इण्डिया के साइबर क्राईम की केपिसिटी बिल्डिंग एवं साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन में देश के प्रथम तीन राज्यों में स्थान प्राप्त किया है.
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के पूर्व डीजीपी और सीबीआई डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला थे. उन्होंने साइबर इन्वेस्टिगेशन और इंटेलिजेंस को लेकर प्रदेश की पुलिस को सलाह दी है. शुक्ला ने कहा कि कांस्टेबल स्तर के कर्मचारियों को स्मार्ट फोन के माध्यम से हफ्ते में कम से कम 2 घंटे ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाए. उन्होंने अकादमी द्वारा साइबर क्राईम जैसे महत्वपूर्ण विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने पर बधाई दी. और डीजीपी विवेक जोहरी से भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को लगातार आयोजित करने की अपील की.
32 राज्यों की पुलिस इकाइयों ने ली ट्रेनिंग
ट्रेनिंग के उद्घाटन सत्र को इन्टरनेशनल एसोसिएशन चीफ ऑफ पुलिस रिनॉल्ड सिंथिया ने संबोधित किया. इस दस दिवसीय कार्यक्रम में 32 राज्यों, इकाईयों के 1500 से अधिक पुलिस अधिकारियों, अभियोजन अधिकारी, न्यायिक अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. प्रशिक्षण के दौरान अमेरिका से चार्ल्स कोहेंन, इंग्लैण्ड से मार्क विन्टले के अतिरिक्त सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नपीनाई, पवन डुग्गल, इन्टरपोल से मदन ओबेरॉय, राज्य ज्यूडिशियल अकादमी से यशपाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साई मनोहर के भी व्याख्यान हुए. प्रशिक्षण कार्यक्रम में 20 से अधिक विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न विधाओं में जिसमें साइबर लॉ वॉइस कॉल इंवेस्टिगेशन, वेबसाइट ब्लॉकिंग, अन्तर्राष्ट्रीय डिजिटल एवीडेंस कलेक्शन, महिलाओं और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया.