उज्जैन कृषि उपज मंडी समिति के प्रांगण में मंगलवार को मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के एमपी फार्म गेट एप पायलट प्रोजेक्ट शुभारंभ किया। मप्र शासन के किसान कल्याण और कृषि विकास मंत्री कमल पटेल इसका शुभारंभ किया। मंडी बोर्ड द्वारा तैयार किये गये मोबाइल एमपी फार्म गेट एप द्वारा कृषक एवं व्यापारी की आपसी सहमति से कृषि उपज का क्रय-विक्रय कर सकेंगे। किसानों की मांग पर छोटे इलेक्ट्रिक को मांग पर 10 मिट्रिक टन के काटे लगाने की घोषणा की है। शुभारंभ समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव सांसद अनिल फिरोजिया भी शामिल हुए। यहां पर मंत्री कमल पटेल ने किसानों को बताया कि सरकार हमेशा किसान हितेषी रही है हमने हमें हमेशा किसानों के हित की योजनाओं को धरातल पर उतारा है इसी के तहत प्रदेश सरकार ने यह नया एप्लीकेशन शुरू किया है जिससे किसान को उसकी उपज का मनमाफिक दाम मिल सकेगा इस एप्लीकेशन के माध्यम से किसान घर बैठे भी अपनी फसल का सौदा कर पाएगा। इस दौरान किसानों के खाते में सीधा पैसा जाए उसके लिए एक बार कोड का भी शुभारंभ किया है। मंत्री ने मंच से हम्मालो को हम्मली देने के लिए हम्माली के रुपए व्यापारी के द्वारा दी जाने की घोषणा की है। नरेंद्र मोदी जी किसान को एमआरपी पर बेचने वाला किसान बनाएंगे। उज्जैन के किसान द्वारा प्याज की चिप्स बनाने पर कृषि मंत्री ने किसान को बधाई दी और कहा की किसान को अपनी उपज का सही उपयोग करने पर अधिक आय प्राप्त होगी। आज प्याज के भाव 10 रूपए किलो है लेकिन चिप्स एक सौ पैंसठ रूपए किलो से अधिक बेची जा सकती। व्यापारी इसे 500 रुपए किलो बेचते है।
मंडी सचिव उमेश शर्मा ने बताया की पिछले कई वर्षों से किसानों की सुविधा हेतु 10 टन के तोल कांटे लगाने के लिए प्रयास कर रहे थे।। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पटेल ने नियमों मैं बदलाव कर प्रदेश की सभी मंडियों में 10 मीट्रिक टन के इलेक्ट्रॉनिक कांटे लगाई जायेंगे। वही किसान मोर्चा द्वारा छोटे तोल कांटों का वजन चीफ लगाकर कांटे सेट करने वाले कतिपय व्यापारियों एवं कांटों के मेंटेनेंस करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन भी दिया है। उस पर भी कार्यवाही कर रहे है।