पितर प्रसन्न तो सभी देवता प्रसन्न- श्राद्ध से बढ़कर और कोई कल्याणकारी कार्य नहीं है
और वंशवृद्धि के लिए पितरों की आराधना ही एकमात्र उपाय है।
प . श्याम गुरु तीर्थ पुरोहित पण्डा लाल घोडी वाला ने चैनल को जानकारी देते हुए बताया कि आयु: पुत्रान् यश: स्वर्ग कीर्तिं पुष्टिं बलं श्रियम्। पशुन् सौख्यं धनं धान्यं प्राप्नुयात् पितृपूजनात्।। (यमस्मृति, श्राद्धप्रकाश) यमराजजी का कहना है कि श्राद्ध करने से मिलते हैं ये 6 पवित्र लाभ- श्राद्ध कर्म से मनुष्य की आयु बढ़ती है। पितरगण मनुष्य को पुत्र प्रदान कर वंश का विस्तार करते हैं। परिवार में धन-धान्य का अंबार लगा देते हैं। श्राद्ध कर्म मनुष्य के शरीर में बल-पौरुष की वृद्धि करता है और यश व पुष्टि प्रदान करता है। पितरगण स्वास्थ्य, बल, श्रेय, धन-धान्य आदि सभी सुख, स्वर्ग व मोक्ष प्रदान करते हैं गया कोटा तर्पण व पिंड दान करने से गयाजी में किए गए पिंडदान के समकक्ष ही लाभ प्राप्त होता है इसीलिए पूरे देश भर से यहां पर लोग अपने पितरों की मुक्ति की कामना से यहां आते हैं
