धार्मिक नगरी उज्जैन को सनातन छवि का स्वरूप देकर फिर से उकेरा जा रहा है. रामघाट व दत्त अखाड़ा क्षेत्र में घाट को साफ व स्वच्छ किए जाने के बाद सुंदर चित्रकारी व सौंदर्यीकरण कर इन्हें 7 रंगों से सजाया जा रहा है।कल-कल बहती उत्तरवाहिनी मां शिप्रा आज भी भक्तों का उद्धार करती है. इन दिनों धार्मिक नगरी उज्जैन को सनातन छवि का स्वरूप देकर फिर से उकेरा जा रहा है. रामघाट व दत्त अखाड़ा क्षेत्र में घाट को साफ व स्वच्छ किए जाने के बाद सुंदर चित्रकारी व सौंदर्यीकरण कर इन्हें 7 रंगों से सजाया जा रहा है. कल-कल बहती उत्तरवाहिनी मां शिप्रा आज भी भक्तों का उद्धार करती है. इन दिनों धार्मिक नगरी उज्जैन को सनातन छवि का स्वरूप देकर फिर से उकेरा जा रहा है. रामघाट व दत्त अखाड़ा क्षेत्र में घाट को साफ व स्वच्छ किए जाने के बाद सुंदर चित्रकारी व सौंदर्यीकरण कर इन्हें 7 रंगों से सजाया जा रहा है.

 

रामघाट व दत्त अखाड़ा’ क्षेत्र की दीवारों पर थ्रीडी, पेंसिल वर्क के माध्यम से बाबा महाकाल, नंदी, साधु-संत व मांडने मांड कर जय श्री महाकाल व हर-हर महादेव जैसे स्लोगन लिखे जा रहे हैं. रामघाट व दत्त अखाड़ा’ क्षेत्र की दीवारों पर थ्रीडी, पेंसिल वर्क के माध्यम से बाबा महाकाल, नंदी, साधु-संत व मांडने मांड कर जय श्री महाकाल व हर-हर महादेव जैसे स्लोगन लिखे जा रहे हैं. जिससे इस पूरे क्षेत्र को एक नया ही स्वरूप मिल रहा है. रामघाट और दत्त अखाड़ा क्षेत्र को सनातनी छवि का स्वरूप देने के बाद अब जल्द ही मंगलनाथ, सिद्धवट और त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर को भी इसी प्रकार से सजाने की तैयारियां की जा रही है. जिससे इस पूरे क्षेत्र को एक नया ही स्वरूप मिल रहा है. रामघाट और दत्त अखाड़ा क्षेत्र को सनातनी छवि का स्वरूप देने के बाद अब जल्द ही मंगलनाथ, सिद्धवट और त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर को भी इसी प्रकार से सजाने की तैयारियां की जा रही है. इंडियन स्वच्छता लीग के अंतर्गत किए जा रहे इस सौंदर्यीकरण के साथ ही उज्जैन की अवंती वारियर्स टीम पौधारोपण और श्रमदान के कार्य भी कर रही है.
इंडियन स्वच्छता लीग के अंतर्गत किए जा रहे इस सौंदर्यीकरण के साथ ही उज्जैन की अवंती वारियर्स टीम पौधारोपण और श्रमदान के कार्य भी कर रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *