ठहाका सम्मेलन के संस्थापक संयोजक डॉ. महेन्द्र यादव के नेतृत्व में नानाखेड़ा स्थित ठहाका सम्मेलन कार्यालय पर दीपावली मिलन समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें शहरवासियों को परिवार सहित आमंत्रित किया गया। समारोह में पानी पतासी भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ो महिला, पुरुष एवं बच्चों ने सहभागिता की। 4 घंटे चले इस आयोजन में विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। कवि अशोक भाटी ने हास्य व्यंग्य की रचनाओं से उपस्थित जनसमुदाय को ठहाकों से सरोबार कर दिया। इस अवसर पर अतिथि के रूप में अशोक भाटी, नरेंद्र सिंह अकेला ने गीत गजलों से समा बांधा। दिनेश दिग्गज, शेलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके ने अपने अंदाज में ठहाके लगवाए। कपिल यार्दे, सुरेन्द्र सर्किट, कुमार सम्भव ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। उदय चन्देल, संजय शुक्ल, दीपक बेलानी, राजेश श्रीवास, राजीव सिंह भदौरिया मौजूद रहे। आयोजक डॉ. महेन्द्र यादव ने बताया कि भारतीय त्योहारों के प्रति युवा पीढ़ी में रुझान कम होता जा रहा है। पहले की अपेक्षा अब त्योहारों के प्रति वह उत्साह और उमंग नही दिखाई देता हैं। क्योंकि आज की युवा पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता का अनुसरण कर रही हैं। वेलेंटाइन डे, 31 दिसम्बर और ना जाने कौन कौन से डे के प्रति आकर्षित हो रही। भारतीय संस्कृति एवं त्योहारों के प्रति युवा पीढ़ी में आकर्षण पैदा करने के लिए ठहाका सम्मेलन परिवार द्वारा विभिन्न त्यौहारों को अलग अंदाज में मनाया जाता हैं एवं आमजन उसमे सहभागिता करे यह प्रयास किया जाता हैं। उक्त आयोजन को सफल बनाने में ललित लुल्ला, मनोहर परमार, सत्यार्थ तिवारी, आशीष खंडेलवाल, विजय तिवारी, मनोज तारानी, गोविंद चांदवानी, रोहित चौहान, सुरेन्द्रसिंह ठाकुर, मकसूद पठान, जहीर खान, प्रदीप निगम, प्रभात शर्मा की विशेष भूमिका रही।