उज्जैन मैं डेढ़ साल पहले जेल अधिकारियों द्वारा साइवर ठगी मामले में बंद अपराधी से देश विदेश के खाते हैक करवाने के चर्चित मामले में एक बार
फिर भोपाल साइबर सेल की एसआइटी केंद्रीय भैरवगढ़ जेल पहुंची। गुरुवार दोपहर को आई टीम ने रात करीब 10 बजे तक 8 जेल कर्मियों सहित बदियों के बयान लिए। मिली जानकारी के अनुसार इस बार एसआइटी का टॉस्क दोषियों के खातों में हुए ट्रांजक्शन का रिकॉर्ड हासिल करना है जो अब तक की जांच में रिकॉ्ड के तौर पर उनके बैंक खातों से सामने नहीं आ पाया है, जबकि जांच में तत्कालीन जेल अधीक्षक अलका सोनकर, उप.अधीक्षक संतोष लड़िया और सहायक अधीक्षक साइबर उगी कराने के मामले में दोषी पाएँ गए हैं। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि साइबर एक्सपर्ट बंदी अमर अग्रवाल की अधिकारियों ने लैपटॉप और इटरनेट सुविधा देकर ठगी करवाई थी। इस मामले में हर बार की तरह एसआइटी नै कुछ भी बोलने से इनकार किया और मीडिया से चर्चा नही की।