आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उज्जैन आगमन की तारीख लगभग तय हो गई है। वे अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में उज्जैन आएंगे। प्रधानमंत्री यहां महाकालेश्वर दर्शन करेंगे। इसके बाद महाकाल विस्तारीकरण योजना के तहत पहले फेज में तैयार महाकाल पथ, रुद्र सागर और यूडीए के यात्री सुविधा केंद्र का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद महाकाल कॉरिडोर को जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर और कलेक्टर आशीष सिंह ने कार्यक्रम की पुष्टि की है। हालांकि, अभी पीएमओ से आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मिला है। प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले इसी साल जून में आने वाले थे। तब निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर प्रदेश में आचार संहिता लग गई थी। इस वजह से प्रधानमंत्री का कार्यक्रम निरस्त हो गया था। कलेक्टर का कहना है कि अक्टूबर में आकर प्रधानमंत्री महाकाल मंदिर में चल रहे कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे।
जानिए पहले चरण में कौन से काम हुए, दूसरे में कौन से होंगे
1 प्रथम चरण में श्री महाकालेश्वर वाटिका, श्री महाकालेश्वर पथ, शिव अवतार वाटिका, रुद्र सागर तट विकास, नूतन विद्यालय परिसर, गणेश विद्यालय परिसर, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हाल एवं अन्य क्षेत्र विस्तारित किए जाएंगे। इन्हीं कामों का निरीक्षण प्रधानमंत्री करेंगे।
2 दूसरे चरण में महाराजवाडा परिसर विकास, रुद्रसागर जीर्णोद्धार, छोटा रुद्र सागर तट, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केंद्र, हरी फाटक पुल का चौड़ीकरण, रेलवे अंडरपास, रुद्रसागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार एवं प्राचीन मार्ग बेगम बाग मार्ग का विकास शामिल है।
752 करोड़ से हो रहे काम
त्रिवेणी संग्रहालय के पास से महाकाल पथ का बड़ा द्वार बनकर तैयार है। श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में 9 अलग-अलग द्वार रहेंगे। महाकाल मंदिर के सामने का मार्ग 70 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसके बाद महाकाल मंदिर चौराहे तक का मार्ग 24 मीटर चौड़ा किया जाएगा। महाकाल मंदिर क्षेत्र 2.2 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर से अधिक हो जाएगा। इसके अलावा परिसर में पौधारोपण किया जाएगा।
फेसिलिटी सेंटर में सुविधाएं
महाकाल कॉरिडोर में फेसिलिटी सेंटर बन रहा है। इसमें जूता स्टैंड, क्लॉक रूम, वेटिंग रूम, रेस्टोरेंट, पानी और अन्य सुविधाएं होंगी। पब्लिक प्लाजा बन रहा है। इसमें यात्रियों के लिए कियोस्क, टिकट काउंटर, टॉयलेट्स ब्लॉक आदि होंगे।