उज्जैन में इस बार गुड़ी पड़वा पर होने वाले शिव ज्योति अर्पणम कार्यकम में 26 लाख दीपक प्रज्वलित कर गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराने पर संकट के बादल छ गए। दरअसल आचार संहिता के चलते गिनीज बुक की टीम ने उज्जैन आने से मना कर दिया है। जिसके चलते अब रिकॉर्ड नहीं बन पायेगा।
उज्जैन में इस बार 9 अप्रेल को शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में दीपक जलाने का विश्व रिकॉर्ड बनाने की सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी इसके लिए दो दिन पहले से घाटों को संवारने के कार्य भी शुरू हो गया था। शहर के सभी घरों, मंदिरों, बाजारों, चौराहों के साथ क्षिप्रा के किनारे पर मिट्टी के दीपक जलाए जाने के लिए तैयारी होने लगी थी। रामघाट पर मुख्य कार्यक्रम के लिए 26 लाख दीपक प्रज्वलित करने की तैयारी के बीच गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने आचार संहिता का हवाला देकर रिकॉर्ड में शामिल होने के लिए मना कर दिया है। प्रशासन अब कितने दीपक प्रज्वलित करे, बिना रिकॉर्ड के कैसे इस कार्य को पूरा करें इसके लिए मंथन कर रहा है।
- सन 2022 में महाशिवरात्रि पर ही मिट्टी के 11,71,078 दीये जलाए गए थे।
- पिछली बार 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव ज्योति अर्पणम-2023 में मिट्टी के 21 लाख दीपक जलाए गए थे।
- 2024 में 26 लाख से ज्यादा दीपक जलाकर अयोध्या का रेकॉर्ड तोड़कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही थी।