उज्जैन: देश भर में लंपी वायरस ने कहर बरपा रखा है बात उज्जैन संभाग के उज्जैन, रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों की करें तो यहां कुल 6 पशुओं की मौत की पुष्टि हुई है, मौत की पुष्टि के बाद पशु पालन विभाग के साथ शहर के आम जन पशुओं को निःशुल्क वैक्सीनेशन करने में जुट गए है और घर घर जाकर ग्रामीण क्षेत्रो में संदेश दे रहे है की दूध पीने से किसी प्रकार का रोग आपको नहीं होगा जो डॉ द्वारा सलाह दी गई है उसका पालन आपको करना है वहिं ग्रामीण क्षेत्र में जहां जानकारी के अभाव में ग्वाले दूध निकालने में सावधानी नही बरत रहे वहां उन्हें भी आम जन सलाह दे रहे है, पहले दिन ही आम जन ने 400पशुओं का वैक्सीनेशन कर पशुओं के प्रति प्रेम को दर्शया है, देखिये ये रिपोर्ट….
दरअसल पशुपालन विभाग भारत सरकार द्वारा जारी एडवाईजरी अनुसार रोग की रोकथाम और बचाव हेतु उपाय करने में जुटा हुआ है, संभाग में अभी तक 1362 संक्रमित पशु पाये गये हैं, जबकि 1114 पशु रोगमुक्त हो चुके हैं, कुल 81300 पशुओं को रोकथाम हेतु टीकाकरण किया जा चुका है टीकाकरण सतत् रूप से जारी है एक टीका पशुओं का 6रु का पड़ता है ऐसे में शासन तो मदद कर ही रहा है जहां स्तिथी सामान्य है वहां भी आम जन पहले से वैक्सिनेशन में जुटा है और जागरूकता फैला रहा है।
डॉ. बामनिया ने बताया कि पशुपालकों को रोग से घबराने की आवश्यकता नहीं है, लक्षण दिखने पर प्रभावित पशु को स्वस्थ्य पशुओं से अलग रखते हुए नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था को सूचना दें। विभाग द्वारा उपचार के समुचित उपाय सुनिश्चित किये गये हैं। चूकि यह रोग मक्खी, मच्छर एवं अन्य पशु परजीवियों से फैलता है, इसके लिए पशुपालक अपने पशु बाड़ों में साफ सफाई रखें, नीम का धुंआँ करें व संक्रमित पशु के संपर्क में आने पर साबून से हाथ धोकर ही पशुबाड़े में जायें। पशुपालक किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। संभाग की समस्त गौशालाओं और गौ-अभ्यारण्य में सुरक्षा के समस्त उपाय सुनिश्चत कर लिये गये हैं।